करण और उसके पिता जी (अस्थमा की दवाई लेकर) हस्पताल से घर आ रहे थे तो उन्हें चौपाल पर कुछ लोग बैठे थे | उनमें से एक बुजुर्ग (करण के ताऊ) ने पूछा कि अरे भाई अब कैसी तबियत है तुम्हारे पिता जी की, तो करण ने बताया कि अब पहले से बेहतर है क्योंकि अब उनके पिता जी को दवा के साथ साथ सलाह भी मिल रही है |
बुजुर्ग : अरे भाई ! वो कैसे ?
करण : ताऊ जी मुझे मेरे Whatsapp पर विन्गीफाई का सन्देश सप्ताह में दो बार प्राप्त होता है जिसमें हवा कि गुणवत्ता के बारे में पहले ही बता दिया जाता है और उसके साथ साथ यह भी सलाह दी जाती है कि किस प्रकार हम वायु गुणवत्ता सूचनांक को कैसे प्रयोग कर सकते हैं | जैसे कि आज का सन्देश यह है :
आज दिनांक 15 मई 2023 दिन सोमवार को बहादुरगढ़ क्षेत्र में हवा की गुणवत्ता 157 है जो कि नार्मल से बहुत ज्यादा है |
वायु प्रदूषण खामोशी से मारने वाला है। यह प्रत्येक वर्ष लाखों मौतों के लिए जिम्मेदार है, और यह संख्या केवल बढ़ रही है क्योंकि औद्योगीकरण और शहरीकरण में वृद्धि जारी है। इससे भी ज्यादा खतरनाक बात यह है कि वायु प्रदूषण सिर्फ सांस की समस्या ही पैदा नहीं करता है। इसे कई अन्य बीमारियों से जोड़ा गया है, जिनमें से कुछ जानलेवा हैं।
1. हृदय रोग से लेकर कैंसर तक, वायु प्रदूषण से होने वाली ये ऐसी बीमारियाँ हैं जिनसे आपको अवगत होने की आवश्यकता है। जो लोग ओजोन के प्रति असामान्य रूप से संवेदनशील हैं, वे AQI 51 - 100 पर ही श्वसन संबंधी लक्षणों का अनुभव करते हैं।
2. AQI 101 - 150 की रेंज में फेफड़ों की बीमारी वाले लोग, हृदय वाले लोग और फेफड़ों की बीमारी, बड़े वयस्कों और बच्चों को हवा में कणों की उपस्थिति से अधिक खतरा होता है।
3. (101-200) अस्थमा जैसे फेफड़ों की बीमारी वाले लोगों को सांस लेने में परेशानी हो सकती है।
4.(201-300) लंबे समय तक साँस लेने पर लोगों को साँस लेने में परेशानी हो सकती है,और हृदय रोग वाले लोगों को समस्या हो सकती है।
5.(301-400) लंबे समय तक साँस लेने पर लोगों को सांस की बीमारी हो सकती है। प्रभाव उन लोगों में अधिक गंभीर हो सकता है जो फेफड़े और हृदय रोगों के साथ जी रहे हैं।
6. (401-500) स्वस्थ लोगों पर भी श्वसन प्रभाव पड़ सकता है, और फेफड़े / हृदय रोग वाले लोगों पर गंभीर स्वास्थ्य प्रभाव पड़ सकता है। सामान्य सैर के दौरान भी स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभावों का अनुभव किया जा सकता है।
Source: https://www.airnow.gov/sites/default/files/2018-04/aqi_brochure_02_14_0.pdf
Disclaimer/अस्वीकरण: आपको जो यह जानकारियाँ प्रदान की जा रही हैं उनका उद्देश्य वायु गुणवत्ता के बारे में आपकी जागरूकता एवं सजगता को बढ़ाना है | इन जानकारियों का उपयोग आप अपने विवेक से करें एवं चिकित्स्य सलाह सिर्फ अपने डॉक्टर से ही लें |
Karan and his father were returning home from the hospital with asthma medication when they saw a few people sitting at the gathering. One elderly person (Karan's uncle) asked, "Hey, how is your father's health now?" Karan replied, "Uncle, he is better now because he is receiving advice along with the medication."
Uncle: "Oh really? How?"
Karan: "Uncle, I receive a WhatsApp message with an air quality index (AQI) update twice weekly. It provides information about the air quality and also gives advice on how to use the air quality index. Today's message says:
On Monday, May 15, 2023, the air quality in the Bahadurgarh area is 157, much higher than normal.
Air pollution is silently killing us. It is responsible for millions of deaths yearly, and the numbers are increasing due to industrialization and urbanization. What's even more dangerous is that air pollution causes respiratory problems and is linked to several other diseases, some of which are life-threatening.
Source: https://www.airnow.gov/sites/default/files/2018-04/aqi_brochure_02_14_0.pdf
Disclaimer: The purpose of providing this information is to raise awareness and alertness about air quality. Please use this information at your own discretion and seek medical advice only from your doctor.